बालों का झड़ना
बालों का झड़ना
बाल स्तनधारी प्राणियों के वाह्य चर्म का विकास होता (outer growth) है। बाल कोमल से लेकर रूखा, कड़ा और नुकीला होता है। आजकल के प्रदूषण भरे वातावरण के लिए बालों के गिरने की समस्या आम हो गई है। वैसे तो बाल गिरने के कई अलग-अलग कारण होते हैं। चिकित्सा विज्ञान के आधार पर बालों का झड़ना कई प्रकार के हो सकते हैं-
सफ़ेद दाग क्या होते हैं?
लंबी बीमारी, बड़ी शल्य क्रिया यानि सर्जरी अथवा गम्भीर संक्रमण जैसे बड़े शारीरिक तनाव के दो या तीन महीने के बाद बालों का झड़ना एक सामान्य प्रक्रिया है।
हार्मोन स्तर में आकस्मिक बदलाव से महिलाओं में बाल झड़ने की समस्या हो जाती हैं, क्योंकि शिशु के जन्म के बाद महिलाओं में कैल्शियम की कमी होने लगती है जिसके कारण बाल झड़ने की समस्या होने लगती है।
बालों का झड़ना चिकित्सा बीमारी का लक्षण हो सकता है जैसे; थायरॉइड विकृति, सेक्स हार्मोन में असंतुलन या गम्भीर पोषाहार समस्या विशेषकर प्रोटीन, लौह, बायोटिन की कमी। यह कमी खान-पान में परहेज करने वालों और जिन महिलाओं को मासिक धर्म में बहुत ज्यादा रक्त स्राव होता है उनमें यह आम है।(थायरॉइड रोग का घरेलू इलाज)
सिर की खोपड़ी या स्कैल्प में जब विशेष प्रकार की फफूंद से संक्रमण हो जाता है तो बीच-बीच में बाल झड़ने लगते हैं। आमतौर पर बच्चों में भी बीच-बीच में बाल झड़ने का संक्रमण पाया जाता है।
गंजापन क्या है? (What is Baldness?)
गंजापन की स्थिति में सिर के बाल बहुत कम रह जाते हैं। गंजापन की मात्रा कम या अधिक हो सकती है। गंजापन को एलोपेशिया भी कहते हैं। जब असामान्य रूप से बाल झड़ने लगते हैं और नये बाल उतनी तेजी से नहीं उग पाते या फिर वे पहले के बाल से अधिक पतले या कमजोर उगते हैं। इसके चलते बालों का कम होना या कम घना होना शुरू हो जाता है और ऐसी हालत में सचेत हो जाना चाहिए क्योंकि यह स्थिति गंजेपन की ओर ले जाती है।
गंजापन तीन प्रकार का होता है-
गंजापन के लक्षण
गंजापन का मूल लक्षण तो बालों का तेजी से झड़ना होता है, इसके अलावा जो लक्षण शामिल होते हैं, वह हैं-
गंजापन क्यों होता है? (Causes of Baldness)
प्रत्येक व्यक्ति का स्वास्थ्य वात, पित्त और कफ पर निर्भर करता है। गंजेपन की समस्या आमतौर पर त्रिदोष है परन्तु इसमें पित्त दोष की प्रधानता होती है। इसके अलावा और भी आम कारण होते हैं, जिसके कारण बाल झड़कर गंजापन हो जाता है-
- हार्मोनल बदलाव
- एजिंग
- आनुवंशिकता
- शरीर में आयरन व प्रोटीन की कमी होना
- वजन का तेजी से घटना।
- ज्यादा मात्रा में विटामिन-ए का सेवन।
- बालों की जड़ों में संक्रमण
- ट्रॉमा
- गर्भनिरोधक गोलियों का ज्यादा सेवन
- दवाओं के साइड इफेक्ट
- तनाव
- महिलाओं में प्रसव यानि डिलिवरी के दौरान
- महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान
- कैंसर के इलाज कीमोथेरेपी के बाद
- टाईट हेयर स्टाईल
- थायरॉइड की बीमारी
- बालों में डाई, कलर और केराटिन हेयर ट्रीटमेंट से
- डायट में बदलाव करने से
- लम्बी और गंभीर बीमारी से
- एनीमिया होने पर
- एनाबॉलिक स्टेरॉयड गोली खाने से।
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- उच्च रक्तचाप
- माइग्रेन सिरदर्द
- गले के दर्द और सूजन
- गले में संक्रमण
- बालों का झड़ना
- पेट की गैस
- वजन बढ़ाने
- साइटिका में कमर नसों में सूजन
- मोटापा कम करने (वजन घटाने)
- तनाव या स्ट्रेस , डिप्रेशन
- घुटनों के दर्द
- साइनस
- चेहरे के दाग धब्बे
- बवासीर (पाइल्स)
- सोरायसिस
- डायबिटीज
- लकवा
- पित्ताशय की पथरी
- आँखों की रोशनी
- थायराइड
- दांत दर्द
- हृदयरोग